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| Main » 2012 » January » 5 » अंग्रेजीदां हुआ हिंदुस्तान....
12:13 PM अंग्रेजीदां हुआ हिंदुस्तान.... |
बीपीओ सेक्टर के साथ आर्थिक मजबूती की उड़ान भरती नई हिन्दुस्तानी पीढ़ी ने यह सफलता अंग्रेजी का दामन थाम कर पायी है और हाल ही में यूनाइटेड स्टेट्स से आयी एक रिपोर्ट ने इस तथ्य पर प्रामाणिकता की मुहर लगा दी है। ब्रिटिश भाषाविज्ञानी तथा द स्टोरी ऑफ इंग्लिश के लेखक डेविड क्रिस्टल ने अपने शोध में कहा है कि भारत अब विश्व का सबसे बड़ा अंग्रेजी बोलने वाला राष्ट्र बन चुका है और यूनाइटेड स्टेट्स तक इससे पिछड़ गया है। डेविड का अनुमान है कि भारत में अंग्रेजी बोलने वाली आबादी 350 मिलियन का आंकड़ा पार कर चुकी है और इनमें से अधिकांश के लिए यह दूसरी भाषा का दर्जा रखती है।उपनिवेश काल में अंग्रेजी के संपर्क में आए भारतीयों ने इस भाषा पर अपना वह प्रभाव डाला है कि अंग्रेजी के विश्वस्तरीय शब्दकोषों को भी भारत में उपजे अंग्रेजी शब्दों को मान्यता देनी पड़ी। 1886 में भारत में बोली जाने वाली अंग्रेजी के संदर्भ में कर्नल हैनरी यूल और ए. सी. बर्नैल ने हॉब्सन-जॉब्सन: ए ग्लौसरी ऑफ एंग्लोइंडियन वर्ड्स में सबसे पहली बार ‘हिंग्लिश’ शब्द का प्रयोग किया था। 1945 से भारत में रह रहे एक अंग्रेज नाइजल हैनकिन ने 2000 हिंग्लिश शब्दों को हैनकलिन-जैनकलिन शब्दकोष में शामिल किया। इनमें मिस्त्री से लेकर मुल्ला जैसे शब्द शामिल थे, इंटरनेट की मेहरबानी से इन सभी प्रयोगों को ऑनलाइन डिक्शनरी ऑफ इंडियन इंगलिश में देखा जा सकता है। भारत से बाहर भी भारतवंशियों में हिंग्लिश का खूब प्रयोग होता है और हॉलीवुड ने भी इसे बाहें पसार कर गले लगाया है। चाय, मंत्र, पंडित, योगा, अवतार, गुरु और कर्म जैसे मूल हिन्दुस्तानी शब्द भी अंग्रेजी के शब्दकोषों में जगह बना चुके हैं। डेविड क्रिस्टल का शोध यह भी स्पष्ट करता है कि कई लोकप्रिय अंग्रेजी शब्दों की जड़ हिन्दी में है।इस संदर्भ में यह जान लेना भी अच्छा रहेगा कि विश्व में अंग्रेजी की सबसे प्रमाणिक पुस्तक का दर्जा प्राप्त ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने 600 भारतीय शब्दों को स्वयं में समाहित किया। इन्हें यहाँ तक पहुँचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय लोकप्रियता सूचकांक से गुजरना पड़ा और आपको यह जान कर हैरत होगी कि ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में शामिल होने वाले हिन्दुस्तानी शब्दों ने 25 लाख अंग्रेजी भाषा स्रोतों में अपनी जगह बना रखी थी, जिनकी शृंखला क्लासिक लिटरेचर से लेकर फिल्मों की पटकथा और कुकरी बुक्स तक विस्तृत थी!
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Added by: manoj
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